Deepak gurgaon

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आप भी जान लीजिये हकीकात क्या हैं ।। जहां तक मैंने अम्बेडकर की पुस्तकें पढ़ी हैं उन्हें सिर्फ दो लोगो से प्रेम था एक उनकी खुद की बिरादरी और दूसरे ब्रिटिश अंग्रेज और मुख्य रूपनसे AV अलेक्जेंडर। अम्बेडकर की किताबों में सिख जैन हिन्दू और मुस्लिम सबके लिए भयंकर नफरत भरी है। लेकिन ईसाईयों को मूक समर्थन है अब चूंकि पोल खुल न जाये इसलिए उन्होंने बौद्ध धर्म का यूज किया और उसका भी बेड़ागर्क कर दिया,नाम बुद्ध का लगाया और बौद्ध धम्म के मुख्य खुद बन बैठे नियम अपने लागू कर दिए। जहां तक यादवो की बात है, तो मैं ब्राह्मण हूँ और इंजीनियरिंग का स्टूडेंट हूँ, इतिहास मुझे भी पता हैं आपको पता ही होगा, ल्गभग हर हिन्दू बिरादरी जिसे अपना इतिहास ज्ञात है वो उच्च घरानों के इतिहास से जुड़ी है। जैसे ब्राह्मण बिरादर (कश्यप सांडिल्य त्यागी कान्यकुब्ज चितपावन आदि अनेकानेक ) लोग पेशवा व परशुराम तथा मराठाओं के वंशज हैं। वैसी ही राजपुत अहीर जात गुर्जर लोग चन्द्रवंश(यदुवंश) व सूर्य वंश (रघुवंश)के हैं। ये सभी उच्च माने जाते थे इसलिए इन्हें इनसे नफरत थी, अब चूंकि यादवो की संख्या इन सबसे ज्यादा थी इसलिए यादवो से कुछ ज्य

द्वारा प्रकाशित Deepak27596
1 वर्ष पूर्व
टिप्पणियाँ
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Sameer2135 1 वर्ष पूर्व
Wonderful 
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